
बोगनवेलिया (Boganveliya)
9 प्रेम कहानियों का गुलदस्ता
“बोगनवेलिया” डॉ कायनात काजी की दूसरी और कहानी संग्रह की पहली पुस्तक है. कायनात की इससे पहले “कृष्णासोबती का साहित्य और समाज” नामक पुस्तक प्रकाशित हो चुकी है. “बोगनवेलिया” प्रेमके अलग-अलग रूपों को बुनी हुई नों (9) कहानियों का संग्रह है.
- बोगनवेलिया
- ठीकरे की मांग
- अरविन्द की सुधा
- तुम्हारे लिए
- प्यासा
- आख़री साइन
- आसरा
- एक थी रूमाना
- अनुराग
इन
कहानियों को पढ़ते हुए आप के दिल के किसी
कोने में मुरझाए प्रेम की कली
एक बारगी जरूर खिल जाएगी. “बोगनवेलिया” की कहानियां दरअसल हम और आप के आसपास की हैं. हो
सकताहै कि इन कहानियों के किरदारों में खुद को ढूढ़ने लगेंगे. “बोगनवेलिया” की
कहानियां पाठक को बांधे रखने के साथ मार्मिक और सस्पेंस को बनाये रखती है.
“बोगनवेलिया” की
हर एक कहानी आपको प्रेम के नये रूप से रूबरू करायेगी. पहली कहानी “बोगनवेलिया” अकेलेपन की
कहानी है. जो इस किताब सबसे अच्छी कहानी है, यों तो सभी कहानियाँ सही
हैं. लेकिन इन सभी कहानियो में “बोगनवेलिया” मुझकों सबसे अच्छी लगी.
पुस्तक : बोगनवेलिया (Boganveliya)
लेखक : डॉ कायनात काजी
पब्लिशर : हिन्दी युग्म
आई एस बी एन (ISBN) : 978-93-84419-59-2
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